परमार्थ निकेतन में आयोजित योग टीचर ट्रेंनिग कोर्स का समापन हुआ। विश्व के अनेक देशों से आये योगियों ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से भेंट कर आशीर्वाद लिया। स्वामी जी ने योगियों को शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष की माला प्रदान करते हुये पर्यावरण और जल संरक्षण का संकल्प कराया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने संदेश दिया कि योग भारत की अमूल्य धरोहर है। हमारे ऋषियों.मुनियों ने योग के माध्यम से संदेश दिया कि समत्वं योग उच्यते अर्थात् सुख.दुख तथा प्रत्येक परिस्थितियों में समान और संयम के साथ रहने का संदेश योग हमें देता है।
स्वामी जी ने कहा कि परमार्थ निकेतन से योग का उत्साहए अध्यात्म की ऊर्जा और एकता के मंत्र को लेकर जायें। भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने योग को दुनिया के कोने.कोने में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से पहुंचा हैं जिससे योग के लाखों लाखों नये साधक बने हैं। योग का वास्तविक अर्थ ही है संयोग जो मोदी ने चरितार्थ किया है।
स्वामी जी ने योग जिज्ञासुओं को संदेश दिया कि परमार्थ निकेतन से आप सब योग के संयम और अनुशासन को लेकर जायें तथा इस अनुशासन को अपने जीवन में उतारने का प्रयास भी करें।
स्वामी जी ने कहा कि योग जीवन की हर समस्या से उबरने का समाधान प्रदान करता है इससे हम अपनी अंतर्चेतना को अनुभव कर सकते हैं। योग हमारी विचार शक्तिए हमारा आंतरिक सामथ्र्यए पाॅजेटिविटी और क्रिएटिविटी को बढ़ाने में मदद करता है।
योग हमें तनाव से तन्मयताए नेगेटेविटी से पाजिटिविटीए अवसाद से उमंगए प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है। योग के माध्यम से ही हम अपनी समस्त समस्याओं का समाधान अपने भीतर ही खोज सकते हैं क्योंकि हमारे भीतर ही अनंत समाधान हैंए हम स्वंय ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत हैंए हम इसे योगए ध्यान और प्राणायाम के माध्यम से जागृत कर महसूस कर सकते हैं।
स्वामी जी ने कहा कि भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि दुखों से वियोग से मुक्ति को ही योग कहते हैंए सबको साथ लेकर चलने वाली मानवता की यात्रा ही योग की यात्रा है। आप सब परमार्थ निकेतन से जाये ंतो योग का संदेश अपने साथ लेकर जायें और योग जन.जन तक पहुंचेए योग से जुड़े और दूसरों को भी जोंडे।
हमे खुद भी योग करने का संकल्प लेना है और अपनों को भी इस संकल्प से जोड़े तथा योग से सहयोगी और फिर उपयोगी बनने के मंत्र को चरित्रार्थ करें क्योंकि इसी माध्यम से हम मानवता की रक्षा कर सकते है।
योग जिज्ञासु वेलेंटीना पैग्नोनीए मैरियन वेस्टलींकए माया जा राशिदए धीरज कपूरए श्वेता सिंहए जैक रिक्सनए फेडेरिका कॉलेंजेलीए मैल्कम एलनए जेसिका डिस्टेलहोर्स्टए कैमेला डी सूगा हुल्मए विजय ठक्करए पूनम विजय ठक्कर और विश्व के कई देशों के योग जिज्ञासुओं ने योग टीचर ट्रेंनिग कोर्स पूर्ण करने के पश्चात प्रमाणपत्र लिया।