गीताजी मात्र एक आध्यात्मिक पुस्तक नहीं बल्कि उसमें जीवन का, रिश्तों का, आत्मा और परमात्मा, सद्भाव और सद्विचारों का ऐसा माधुर्य समाहित है जिसका पान करने पर जीवन की सारी कड़वाहट दूर हो जाती है। गीता जी वास्तव में एक श्रेष्ठ गुरू, पथ प्रदर्शक और मार्गदर्शक है।